भूतिया आईना

एक गाँव में एक पुराना आईना था, जिसे लोग ‘भूतिया आईना’ कहते थे। कहते थे, जो उसमें देखेगा, उसे भूत दिखेगा।
एक रात, रोहन ने जिज्ञासा में आकर आईने में देखा। अचानक, उसकी परछाई ने हिलना शुरू कर दिया। रोहन की परछाई में एक भूत प्रकट हुआ, जिसकी आंखें लाल थीं और चेहरा डरावना था।
रोहन घबराया और पीछे हटा। भूत ने कहा, “तुमने मेरी दुनिया में झांका है, अब तुम यहां से नहीं जा सकते।”
अचानक, रोहन के चारों ओर अंधेरा छा गया। अगले दिन, गाँव वालों ने रोहन को आईने के सामने बेहोश पाया, उसके चेहरे पर डर की छाप थी। अब कोई भी उस आईने के पास नहीं जाता।