शैतान की कहानी

एक खेत में एक पेड़ से गधे को बांधा हुआ था। शैतान वहा पर आया उसने उस गधे को पेड़ से छोड़ दिया।पेड़ से छूटते ही गधा पास के खेत खलिहान में घुस गया वहां खड़ी फसल खाने लगा।किसान का घर पास ही में था। किसान की बीवी ने जब देखा उसने सोचा यह गधा तो पूरा खेत बर्बाद करके रख देगा।
उसको बड़ा गुस्सा आया उसने घर के अंदर से बंदूक निकाली और गधे पर गोली चला दि।गोली चलने की आवाज सुन गधे का मालिक वहां दौड़ा-दौड़ा आया, जब उसने देखा कि उस औरत ने गधे को मार डाला है तो वह अपने आपे से बाहर हो गया।
वह भी अपनी बंदूक लाया और किसान की बीवी को मार दिया!किसान जब घर लौटा और उसको यह बात पता चली कि गधे के मालिक ने उसकी बीवी की जान ली है तो उसने बदला लेने के लिए गधे के मालिक और उसकी बीवी को मार डाला।गधे के मालिक को एक बेटा था उसे पता चला कि उसके मां-बाप को किसान ने मार दिया है तो उसने किसान के घर,खेत खलियान को सब को जला डाला।
आग में किसान भी जलकर मर गया।बिना अपने परिवार के गधे के मालिक का बेटा भी ज्यादा दिन जिंदा नहीं रह पाया वह भी उदासी और डिप्रेशन में जल्द ही दुनिया छोड़ कर चला गया।जब सब मरने के बाद शैतान से मिले तब सब ने शैतान से एक ही सवाल किया,” तुने यह क्या कर दिया?”शैतान बड़ी शांति से बोला, “मैंने कुछ भी नहीं किया, मैंने तो सिर्फ गधे को आजाद किया था।
वह तो तुम लोग थे जो इस हद तक गुजर गए कि आज यहां पर पहुंच गए।”शैतानी कहानी की सीख शैतान हमारे साथ तब तक कुछ बुरा नहीं कर सकता जब तक हम अपना आपा नहीं खो देते। जब तक हम क्रोध, ईर्ष्या, मोह, माया, लालच जैसी बुरी आदतों से दूर रहेंगे शैतान के बस में से दूर रहेंगे।