भूतिया स्कूल की सच्ची घटना

गाँव के पुराने स्कूल में एक अजीब सी खामोशी थी।
लोग कहते थे कि वहाँ कुछ ठीक नहीं है।
एक रात, स्कूल के चौकीदार रमेश ने सुना कि कक्षा में किसी के कदमों की आवाज आ रही है।
हिम्मत जुटाकर, उसने दरवाजा खोला और देखा कि क्लासरूम में एक छोटी सी लड़की बैठी है, सफेद कपड़े पहने, बाल बिखरे हुए।
रमेश ने डरते हुए पूछा, “तुम यहाँ क्या कर रही हो?” लड़की ने धीरे से सिर उठाया और बोली, “मैं इंतजार कर रही हूँ… अपनी माँ का।”
रमेश को एक अजीब सा डर महसूस हुआ।
उसने भागने की कोशिश की, लेकिन उसके पैर जकड़ गए।
तभी लड़की के चेहरे पर एक भयानक मुस्कान आई, और उसकी आँखों से खून टपकने लगा।
अचानक कमरे की लाइट्स बुझ गईं, और रमेश की चीखें स्कूल की दीवारों में गूंजने लगीं।
अगली सुबह, रमेश को उसी क्लासरूम में मृत पाया गया, और उस लड़की का कोई निशान नहीं मिला।
कहते हैं कि वो लड़की उसी स्कूल की छात्रा थी, जो सालों पहले एक हादसे में मारी गई थी।
अब वो हर रात अपनी माँ का इंतजार करती है |